जमशेदपुर : नए साल की शुरुआत में कर्मचारियों को दोहरी खुशी मिल सकती है। मोदी सरकार ने लगभग इसकी तैयारी पूरी कर ली है। अगर, ऐसा होता है तो कर्मचारियों की सैलरी में तेजी से उछाल आएगा और कर्मचारी भी गदगद हो जाएंगे। यह बड़ा फैसला माना जा रहा है।
बढ़ती महंगाई को देखते हुए यह सरकार की अच्छी पहल है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मोदी सरकार फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। फिटमेंट फैक्टर केंद्र सरकार के सभी कर्मचारियों के लिए बेसिक वेतन तय करता है। केंद्र सरकार फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाती है तो केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन अपने आप बढ़ जाएगा। फिटमेंट फैक्टर केंद्र सरकार के सभी कर्मचारियों के लिए बेसिक वेतन तय करता है।
इससे पूर्व 2016 में बढ़ा था फिटमेंट फैक्टर
इससे पहले वर्ष 2016 में फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाया गया था। जिसमें कर्मचारियों का न्यूनतम बेसिक वेतन छह हजार रुपये से बढ़ाकर 18 हजार रुपये किया गया था। फिटमेंट फैक्टर में संभावित बढ़ोतरी से न्यूनतम बेसिक वेतन 26 हजार रुपये हो सकता है। इसके साथ ही महंगाई भत्ता भी बढ़ जाएगा। महंगाई भत्ता बेसिक वेतन के 31 फीसद के बराबर है।
केंद्र सरकार वर्ष 2022 की शुरुआत में डीए तीन प्रतिशत बढ़ा सकती है। तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी से सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 20 हजार रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, सातवें केंद्रीय वेतन आयोग के तहत सरकारी कर्मचारियों के डीए का कैलकुलेशन बेसिक वेतन के आधार पर की जाती है।
अक्टूबर में तीन प्रतिशत और जुलाई में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद मौजूदा डीए की दर 31 प्रतिशत है। इस फैसले से कर्मचारियों कर्मचारियों की खुशी दोगुनी बढ़ जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से देश में महंगाई बढ़ी है उसके हिसाब से कर्मचारियों का वेतन बढ़ना जरूरी है। इतने कम वेतन में भरण पोषण करना मुश्किल है।
Author: Gurbhej Singh Anandpuri
ਮੁੱਖ ਸੰਪਾਦਕ