पंजाब 23 सितंबर (By Beuro Report) : पंजाब की राजनीति में आए तूफान के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी जाने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह आर-पार की लड़ाई के मूड में आ चुके हैं। अब तक केवल वह नवजोत सिंह सिद्धू को टारगेट करते आ रहे थे, मगर आज उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी निशाने पर ले लिया। अपने तीखे तेवर दिखाते हुए कैप्टन अमरिंदर ने आज प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को अनुभवहीन बताया और कहा कि उन्हें उनके सलाहकार गुमराह कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने ऐलान कर दिया कि वह किसी भी कीमत पर नवजोत सिंह सिद्धू को न तो जीतने देंगे और न ही उन्हें मुख्यमंत्री बनने देंगे। पद से इस्तीफा देने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। कैप्टन ने न सिर्फ नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है, बल्कि कहा है कि वह मुख्यमंत्री न बने, इसके लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। कुल मिलाकर आज सिद्धू पर अटैक कर और राहुल गांधी-प्रियंका गांधी का जिक्र कर उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ बगावती तेवर दिखा दिए।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को खतरनाक आदमी बताते हुए कहा कि वह उनसे देश को बचाने के लिए कोई भी बलिदान देने को तैयार हैं। आगामी चुनाव से पहले अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह नवजोत सिद्धू के खिलाफ मजबूत प्रत्याशी को खड़ा करेंगे और उन्हें किसी भी कीमत पर मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे। यह जानकारी कैप्टन अमरिंदर सिंह के दफ्तर की ओर से दी गई है।
अमरिंदर सिंह के कार्यालय के मुताबिक, कैप्टन ने खुलासा किया कि उन्होंने 3 हफ्ते पहले सोनिया गांधी को इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा था। अगर उन्होंने मुझे फोन किया होता और मुझे पद छोड़ने के लिए कहा होता, तो भी मैं ऐसा ही करता। उन्होंने कहा कि एक सैनिक के रूप में मुझे पता है कि मुझे अपना काम कैसे करना है।
उन्होंने राहुल और प्रियंका को अनुभवहीन बताते हुए आगे कहा कि प्रियंका और राहुल (गांधी भाई-बहन) मेरे बच्चों की तरह हैं … यह इस तरह खत्म नहीं होना चाहिए था। मैं आहत हूं। उन्होंने कहा कि वे दोनों बच्चे काफी अनुभवहीन हैं और उनके सलाहकार स्पष्ट रूप से उन्हें गुमराह कर रहे थे। बता दें कि बीते दिनों कैप्टन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिय़ा था, जिसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह अपने राजनीतिक विकल्पों को खुला रखे हुए हैं और भविष्य का कदम तय करने से पहले अपने मित्रों से चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने कहा,’आप 40 साल की उम्र में बुजुर्ग हो सकते हैं और 80 साल की उम्र में युवा।’ सिंह ने साफ किया कि वह अपनी उम्र को बाधा नहीं मानते हैं।
Author: Gurbhej Singh Anandpuri
ਮੁੱਖ ਸੰਪਾਦਕ